Gayatri Mantra lyrics in hindi : देवी-देवताओं को आकर्षक बनाने के लिए वैदिक शास्त्र में कई प्रभावशाली मंत्रों का वर्णन किया गया है। परंतु गायत्री मंत्र सबसे शक्तिशाली मंत्र माना जाता है मान्यता है कि अगर हम गायत्री मंत्र के नियमों का सही पालन करते हैं तो तो मनुष्य को मानसिक एवं आत्मिक शांति प्राप्त होती है।
Gayatri Mantra lyrics :
हिन्दू धर्म में गायत्री मंत्र का पाठ बहुत ही प्रभावशाली माना जाता है।शास्त्रों में भी इसका वर्णन किया गया है कि गायत्री मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को जीवन में ढेर सारी खुशियां प्राप्त होती है। मना जाता है की गायत्री मंत्र का सही उच्चारण करने से मनुष्य को रोग, दोष, शत्रु व जीवन में आ रही बाधाओं से मुक्ति मिल जाती है।लेकिन गायत्री मंत्र का जाप करते समय मनुष्य कुछ महत्तवपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए क्योंकि नियमों का पालन न करने से इस पवित्र मंत्र का जाप करने से मंत्र का सही प्रभाव नहीं पड़ता तो आइए जानते हैं गायत्री मंत्र से जुड़े कुछ नियम और लाभ।
Gayatri Mantra
ॐ भूर्भुवः स्व:
तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो
देवस्य धीमहि
धियो यो नः प्रचोदयात् ॥
Benefits of Gayatri mantra
शास्त्रों में यह स्पष्ट बताया गया है कि गायत्री मंत्र नियमित उच्चारण तथा नियमित पाठ करने से मनुष्य को हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है। साथ ही मनुष्य सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसके साथ गायत्री मंत्र का पाठ मनुष्य के जीवन में आर्थिक क्षेत्र, कार्य क्षेत्र या व्यापार से जुडी समस्याओं को दूर करने के लिए बहुत ही प्रभावशाली माना जाता है। जो भी व्यक्ति गायत्री मंत्र का पाठ सही विधि से करता है। उस व्यक्ति को ग्रह दोष इत्यादी से भी छुटकारा मिलता है।
आइए जाने किस समय गायत्री मंत्र का जाप करना है फलदाई
यह तीन समय गायत्री मंत्र का जाप करने के लिए सबसे प्रभावशाली माने जाते है। पहला समय है जैसे ही सूर्योदय हो जाये तो उससे थोड़ी देर पहले ही मंत्र जाप शुरू कर लेना चाहिए। दूसरा दोपहर के समय और तीसरा समय सूर्यास्त होने से पहले और सूर्यास्त के कुछ देर बाद तक जाप करना चाहिए। यह तीन समय गायत्री मंत्र का जाप करने के लिए बहुत ही प्रभावशाली
माने जाते है।
अगर आप गायत्री मंत्र का पाठ करते है तो कुछ विशेष बातों का ध्यान रखे
- गायत्री मंत्र की गणना सभी मंत्रों में से एक शक्तिशाली मंत्र में की जाती है। तो इसिलिए गायत्री मंत्र का जाप करते समय व्यक्ति को शुद्ध उच्चारण का विशेष ध्यान रखना चाहिए। तो इसलिए गायत्री मंत्र का जाप नियमों का पालन करते हुए ही करना चाहिए।
- जो व्यक्ति नियमित रूप से गायत्री मंत्र का जाप करते हैं, करता है उसे अपने मन में नकारात्मक विचार नहीं लाने चाहिए।गायत्री मंत्र का पाठ करने के लिए तुलसी या चंदन की माला का प्रयोग करना चाहिए।साथ ही अपना आचरण पवित्र रखना चाहिए।
- ब्रह्म मुहूर्त और संध्या काल में गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। ब्रह्म मुहूर्त मंत्र का जाप करते समय मुख पूर्व दिशा में होना चाहिए।संध्या काल में मंत्र का जाप करते समय मुख पश्चिम दिशा में होना चाहिए।अगर आप गायत्री मंत्र का मानसिक जाप करना चाहते है तो वह किसी भी समय किया जा सकता है।